आज फ्रेंडशिप डे है और हर एक फ्रेंड भी जरूरी होता है। लेकिन इस साल दोस्ती का दिन सबसे मुश्किल दौर में आया है। ऐसे में इस बार सेलिब्रेशन से ज्यादा जरूरी है, हम दोस्त की फिक्र कैसे करें? उसकी मदद कैसे करें? उसका तनाव कैसे कम करें?
रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर निशा खन्ना कहती हैं कि अंग्रेजी में एक कहावत है 'ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इनडीड'। यानी 'सच्चा मित्र वही जो समय पर काम आए'। इसलिए हर इंसान की जिंदगी में सच्ची दोस्ती बहुत जरूरी होती है। लेकिन इस बार महामारी के वक्त में जरूरी नहीं है कि हम फ्रेंडशिप डे को फिजिकली एक-दूसरे के साथ ही सेलिब्रेट करें। इस बार फ्रेंडशिप डे को मेंटली तौर पर सेलिब्रेट करने की जरूरत है। हम दोस्त को कुछ ऐसे गिफ्ट दें, जो उसे मानसिक तौर पर मजबूत बनाए और स्ट्रेस भी कम करे।
इन 5 बातों के जरिए आप दोस्त के स्ट्रेस को कम कर सकते हैं
- डॉ. निशा कहती हैं कि हम दोस्त को इंपैथिक एयर उपलब्ध करवा सकते हैं, यानी हम दोस्त को ज्यादा से ज्यादा सुनें, ताकि वह अपने बारे में आपको बता सके, क्योंकि पिछले चार महीने बहुत स्ट्रेस वाले रहे हैं। किसी को सुनने से भी तनाव कम होता है।
- हम दोस्त से ओल्ड मेमोरी को शेयर कर सकते हैं। पुरानी यादें ताजा करने से अच्छा महसूस होता है और तनाव भी कम होता है। दोस्त के साथ पुरानी फोटो और वीडियो शेयर कर सकते हैं।
- दोस्त को स्पेशल फील करवा सकते हैं। उसकी तारीफ कर सकते हैं। आप फोन या वीडियो कॉल करके दोस्त की अच्छाइयों के बारे में बात कर सकते हैं। ताकि वह पॉजिटिव फील करे। कुछ अच्छा लिखकर भी दे सकते हैं।
- दोस्त के साथ ह्यूमर, कॉमेडी और जोक्स कर सकते हैं, ताकि वह हल्का महसूस करे। टांग खिंचाई भी कर सकते हैं, लेकिन यह पर्सनल बिल्कुल न हो।
- यदि आपका दोस्त बहुत दिनों से अकेला रह रहा है, तो उसे कुछ अच्छा बनाकर खिला सकते हैं। उसके लिए कुछ फूड ऑर्डर भी कर सकते हैं।
- मिलें तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और मास्क पहनना न भूलें
हेल्थ एक्सपर्ट्स इस वक्त दोस्तों को आपस में नहीं मिलने की सलाह देते हैं। कहते हैं कि फिलहाल फोन कॉल, टेक्स्ट मैसेज, सोशल मीडिया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ही दोस्तों को आपस में जोड़े रखने का सही तरीका है। बहुत दिनों बाद दोस्त को मिलकर सरप्राइज भी दे सकते हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और मास्क जरूर पहनें।
- दोस्त के मिजाज के मुताबिक बातें करें
डॉ. निशा कहती हैं कि हमें हमेशा दोस्त के मिजाज के मुताबिक बात करना चाहिए। यदि आपका दोस्त पर्सनल बातें नहीं करना चाहता तो बिल्कुल न करें। यदि वह लाइट मूड की बातें करना चाहता है, तो वही करें। दोस्त की बातों को तवज्जो दें। उसे ऐसा न फील हो कि आप उसकी बातों को नहीं सुन रहे हैं। कमेंटेटिव बातों से बचें। दोस्त को इग्नोर न करें। रिस्पेक्ट भी दें। यदि दोस्त सेंसिटिव और इमोशनल है तो उसे भी समझने की कोशिश करें। जरूरी नहीं होता है कि आपका हर दोस्त एक जैसा या आप जैसा ही हो।
जब अकेलापन साइकोलॉजिकल रिसोर्सेज को खत्म करता है, तो लोग पुराने रिश्तों की ओर जाते हैं
वैसे, महामारी ने दोस्ती के मायने को नए सिरे गढ़ा है। कोरोना के डर से दोस्त या तो बहुत दूर हो गए हैं या दोबारा पास आने की कोशिश में हैं। रिसर्च बताती हैं कि कोरोना के कारण पुराने दोस्तों के बीच दोबारा करीबी बढ़ाने का रुझान बढ़ा है।
भले ही हम आज लोगों की भीड़ के आसपास हैं, लेकिन फिर भी खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं। जब अकेलापन हमारे साइकोलॉजिकल रिसोर्सेज को खत्म करता है, तो हम साफ नहीं सोच पाते। ऐसे में हम पुराने रिश्तों के प्रति ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।
स्टडीज के मुताबिक- जब हम मौत के बारे में जानते हैं तो दोस्ती को और करीब लाना चाहते हैं
- स्टडीज बताती हैं कि जब हम अपनी मृत्यु की बारे में जानते हैं तो दोस्तों को और करीब लाना चाहते हैं। इन हालात में नामंजूरी से डर नहीं लगता। पुराने रिश्तों को फिर से शुरू करने के पीछे एक कारण आराम हो सकता है।
- रिसर्च बताती हैं कि दोस्ती बुनियादी तौर पर हमारे तनाव झेलने के तरीके को बदल देती है। साइकोलॉजिस्ट और रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉक्टर मारिसा फ्रैंको के मुताबिक, जब आप तनाव महसूस करते हैं और अपने दोस्त से बात करते हैं, तो अचानक यह सब आपको इतना बड़ा और तनावपूर्ण नहीं लगता।
- एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ऐसे पॉजिटिव रिलेशन के बारे में सोचें, जहां आपकी कीमत हो। अगर ऐसी दोस्ती आपके दिमाग में आती है तो आप करीबी बढ़ा सकते हैं।
- रिसर्च बताती है कि ज्यादातर दोस्त माफ कर देते हैं, जब उन्हें पता लगता है कि उनके साथी के इरादे सही हैं। अगर आप अपने दोस्तों की मदद करना चाहते हैं तो इस बात पर स्पष्ट रहें कि आप कैसे सहायता करेंगे।
- दोस्त से यह उम्मीद न करें कि वो आपको खुश करे
क्लीनिकल सोशल वर्कर और थैरेपिस्ट मोनिका जुराडो कैली बताती हैं कि किसी पुराने दोस्त पर दबाव डालना या किसी चीज की मांग करना मददगार नहीं होगा। बेहतर होगा कि इस बारे में सोचें कि आप उसे क्या दे सकते हैं। यह नहीं होना चाहिए कि आपका दोस्त आपको खुश करे। खासतौर से तब जब आपने काफी समय से बात नहीं की है।
माफी मांगना चाहते हैं तो दोस्त को डायरेक्ट मैसेज करें
डॉक्टर फ्रैंको पुराने दोस्त के साथ यादें ताजा करने की सलाह देती हैं। आप साथ बिताई हुई यादों के बारे में बात कर सकते हैं। इससे आपके रिश्ते में नजदीकी आएगी और तनाव को संभालने में मदद मिलेगी।
एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमति जताते हैं कि अगर आप माफी मांगना चाहते हैं तो सोशल मीडिया पर डायरेक्ट मैसेज या ईमेल अच्छा उपाय है।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar
0 Comments