(प्रवीण धींगरा) काेराेना ने जहां पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है, वहीं इस आपदा काे अवसर में बदलने के प्रयास भी हाे रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान बंद हुई ट्रेनों काे नए रूप में पटरी पर लाने के लिए ऐसा ही एक प्रयास रेलवे ने ‘जीराे बेस्ड टाइम टेबल’ बनाने का किया है। रेलवे ने ट्रेनों में बड़े बदलाव की तैयारी मार्च के आखिरी सप्ताह में लॉकडाउन लगने के साथ ही शुरू कर ली थी।
रेलवे बोर्ड के कोचिंग डायरेक्टरेट अब तक 756 ट्रेनों में बदलाव के 56 आदेश जारी कर चुके हैं। इनमें 214 ट्रेनों को कुछ स्टेशनों के बीच रद्द किया गया तो 70 ट्रेनों को अब पटरी पर नहीं लाया जाएगा। ये सब आदेश नए टाइम टेबल से लागू हाे जाएंगे। आने वाले दिनों में यह सूची और बड़ी हो सकती है, जब कई जोन के प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी।
रेलवे में लंबे समय से घाटे काे कम करने के प्रयास चल रहे थे। ऐसे में जब मार्च में पूरे देश में ट्रेनों काे रोका गया तो रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को जीरो बेस्ड टाइम टेबल के तहत चार प्रमुख बदलाव की तैयारी करने को कहा और इसके प्रस्ताव भी मंगवाए। सभी जाेन से आए प्रस्तावों पर चर्चा के बाद बोर्ड का कोचिंग डायरेक्टरेट आदेश जारी कर रहा है।
इन चार बड़े बदलाव पर मंगाए थे प्रस्ताव
- कम यात्री भार वाली ट्रेनों को सिस्टम से हटाना।
- जिन ट्रेनों को आगे स्टेशनों पर यात्री नहीं मिल रहे, उनको आंशिक रद्द करना।
- पैसेंजर ट्रेनों को मेल व एक्सप्रेस बना किराया बढ़ाना।
- ट्रेनों के स्टॉपेज कम करना।
जानिए...कितनी ट्रेनों में क्या बदलाव
- 161 ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए हैं।
- 50 ट्रेनों के टर्मिनल स्टेशनों में बदलाव किया गया।
- 145 ट्रेनों के फेरों, टाइम, एक से दूसरी ट्रेन का लिंक हटाया।
- 68 ट्रेनों का दूसरे स्टेशनों व रूट पर विस्तार किया गया।
- 12 नई ट्रेनें चलाई जाएंगी, अधिकतर पैसेंजर।
- 20 ट्रेनों की स्पीड में बढ़ोतरी कर उन्हें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाएंगे।
कम दूरी की 121 ट्रेनें होंगी बंद
देश की राजधानी दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश के छोटे व बड़े शहरों को जोड़ने वाली कम दूरी की 121 पैसेंजर ट्रेनों को उत्तर रेलवे ने बंद करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है। उत्तर रेलवे के मुताबिक इसके अलावा 16 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें भी बंद की जा सकती हैं।
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