पुरुष स्पोर्ट्स की तुलना में कम मार्केटिंग और प्रमोशन बजट के बावजूद 2021 महिला स्पोर्ट्स के लिए उभरता हुआ बाजार बन सकता है। डेलॉय की प्रिडिक्शन रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में एलीट महिला स्पोर्ट्स के टीवी राइट्स और स्पॉन्सरशिप डील में 45% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
महिला स्पोर्ट्स में करीब 7340 करोड़ रु. के रेवेन्यू की उम्मीद है। इसकी वजह है फैंस की बढ़ती रुचि। नीलसन की स्टडी के मुताबिक, 84% जनरल स्पोर्ट्स फैंस की महिला स्पोर्ट्स में दिलचस्पी है।
महिला स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप बढ़ रही
112 करोड़ लोगों ने फीफा महिला वर्ल्ड कप देखा था। हर मैच को 1.73 करोड़ लोगों ने देखा था, जो कि पिछली बार से दोगुने से भी ज्यादा है। महिला NBA के पिछले सीजन में पहले के मुकाबले 68% व्यूअरशिप बढ़ी थी। वहीं, मीडिया कवरेज भी 15% बढ़ी। महिला पीजीए की व्यूअरशिप पिछले सीजन में 21% तक बढ़ी । दो सीजन मिलाकर इसमें 68% की बढ़ोतरी हुई। वहीं, नेशनल महिला सॉकर लीग (NWSL) के चैलेंज कप की व्यूअरशिप भी 493% बढ़ी ।
महिलाओं के विज्ञापन ज्यादा प्रभावी
148% तक ज्यादा सशक्त माना जाता है, उन विज्ञापनों को जिसमें महिला स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जाता है। पुरुष स्पोर्ट्स से ज्यादा प्रभावी। जिस विज्ञापन में महिला खिलाड़ी हैं, उनको 6.5 सेकंड ज्यादा अटेंशन मिला। जिन विज्ञापन में महिलाएं हैं, उन्हें व्यूअर 4.8 गुना ज्यादा याद रखता है। नाइकी की 2019 की अमेरिका महिला फुटबॉल टीम की जर्सी पुरुषों के मुकाबले ज्यादा बिकी।
महिला स्पोर्ट्स के टीवी राइट्स भी बढ़ रहे
महिला यूरो कप के राइट्स को 1070 करोड़ में बीबीसी ने खरीदे, जो कि पिछली बार से 9 करोड़ ज्यादा है। वहीं, फ्रांस के चैनल ने यूरो कप के राइट्स को 1165 करोड़ रुपए में खरीदे, जो कि पिछली बार के मुकाबले दोगुने से ज्यादा है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar
0 Comments