प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन गुरुवार को वर्चुअल बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेता भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधोंको मजबूत करने को लेकर बातचीत करेंगे। यब बैठक 11 बजे होनी है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस साल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री जनवरी और मई में भारत आने वाले थे। लेकिन, जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के कारण, जबकि मई में कोरोना के चलते वे यहां नहीं आ सके। अब दोनों नेताओं के बीच ‘वर्चुअल समिट’ करने पर सहमति बनी है। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री मोदी किसी विदेशी नेता के साथ ‘द्विपक्षीय’ वर्चुअल समिट में हिस्सा लेंगे। यह ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारे मजबूत संबंधों को दिखाता है।
दोनों नेताओं के बीच नवेश और व्यापार को लेकर चर्चा हो सकती है
सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार के साथ-साथ कोरोनावायरस महामारी को लेकर भी चर्चा होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतें और घोषणाएं भी किए जा सकते हैं। मोदी और मॉरिसन पिछले डेढ़ साल के दौरान चार बार मिल चुके हैं। नवंबर 2018 में सिंगापुर में ईस्ट एशिया समिट के मौके पर, 2019 में ओसाका में जी20 में, अगस्त 2019 में बियारित्ज में जी7 समिट के मौके पर और नवंबर 2019 में बैंकॉक में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई है।
मॉरिसन ने मोदी के साथ समोसा शेयर करने की बात कही थी
हाल ही में मॉरिसन ने समोसे के साथ अपनी फोटो ट्वीट की थी और कहा था-मैंने इन्हें आम की चटनी के साथ तैयार किया है। ये शाकाहारी हैं। इस हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो लिंक के जरिएबैठक करूंगा।अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इसे उनके साथ शेयर करनापसंद करता। इसमें उन्होंनेमोदी को भी टैग किया था।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ताना संबंध
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ताना संबंध हैं। दोनों देशों के बीच बहुत कुछ सामान्य हैं। दोनों देशों की अनेकता में एकता जैसे मूल्यों, परंपरा और लंबे समय से लोगों के बीचखेल संबंध हैं। अर्थव्यवस्था कई मायनों में एक दूसरे की पूरक हैं। इनमें द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने की संभावना है।
मोदी 2014 में ऑस्ट्रेलिया गए थे
पिछले पांच साल के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं। सितंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने भारत का दौरा किया। वहीं, नवंबर 2014 मेंमोदी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे। इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत हुई। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच रक्षा सहयोग के फ्रेमवर्क पर नवंबर 2014 में हस्ताक्षर हुए। इससे दोनों देशों के बीच विदेश, रक्षा और सुरक्षा नीतियों की अदला बदली का आधार तैयार हुआ। इसके बाद से नियमित तौर पर इनके संस्थानों के बीच बातचीत हो रही है।
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